Saturday 3 December 2016

भारतीय तिरंगे का इतिहास



वन्दे मातरम्
"सभी राष्‍ट्रों के लिए एक ध्‍वज होना अनिवार्य है। लाखों लोगों ने इस पर अपनी जान न्‍यौछावर की है। यह एक प्रकार की पूजा है, जिसे नष्‍ट करना पाप होगा। ध्‍वज एक आदर्श का प्रतिनिधित्‍व करता है। यूनियन जैक अंग्रेजों के मन में भावनाएं जगाता है जिसकी शक्ति को मापना कठिन है। अमेरिकी नागरिकों के लिए ध्‍वज पर बने सितारे और पट्टियों का अर्थ उनकी दुनिया है। इस्‍लाम धर्म में सितारे और अर्ध चन्‍द्र का होना सर्वोत्तम वीरता का आहवान करता है।"

"
हमारे लिए यह अनिवार्य होगा कि हम भारतीय मुस्लिम, ईसाई, ज्‍यूस, पारसी और अन्‍य सभी, जिनके लिए भारत एक घर है, एक ही ध्‍वज को मान्‍यता दें और इसके लिए मर मिटें।"

महात्‍मा गांधी :
प्रत्‍येक स्‍वतंत्र राष्‍ट्र का अपना एक ध्‍वज होता है। यह एक स्‍वतंत्र देश होने का संकेत है। भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज की अभिकल्‍पना पिंगली वैंकैयानन्‍द ने की थी और इसे इसके वर्तमान स्‍वरूप में 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था, जो 15 अगस्‍त 1947 को अंग्रेजों से भारत की स्‍वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व की गई थी। इसे 15 अगस्‍त 1947 और 26 जनवरी 1950 के बीच भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रूप में अपनाया गया और इसके पश्‍चात भारतीय गणतंत्र ने इसे अपनाया। भारत में ‘’तिरंगे’’ का अर्थ भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज है।
भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज में तीन रंग की क्षैतिज पट्टियां हैं, सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफेद ओर नीचे गहरे हरे रंग की प‍ट्टी और ये तीनों समानुपात में हैं। ध्‍वज की चौड़ाई का अनुपात इसकी लंबाई के साथ 2 और 3 का है। सफेद पट्टी के मध्‍य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है। यह चक्र अशोक की राजधानी के सारनाथ के शेर के स्‍तंभ पर बना हुआ है। इसका व्‍यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है और इसमें 24 तीलियां है।

तिरंगे का विकास :
तिरंगे का विकास 
यह जानना अत्‍यंत रोचक है कि हमारा राष्‍ट्रीय ध्‍वज अपने आरंभ से किन-किन परिवर्तनों से गुजरा। इसे हमारे स्‍वतंत्रता के राष्‍ट्रीय संग्राम के दौरान खोजा गया या मान्‍यता दी गई। भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज का विकास आज के इस रूप में पहुंचने के लिए अनेक दौरों में से गुजरा। एक रूप से यह राष्‍ट्र में राजनैतिक विकास को दर्शाता है। हमारे राष्‍ट्रीय ध्‍वज के विकास में कुछ ऐतिहासिक पड़ाव इस प्रकार हैं:
1906 में भारत का गैर आधिकारिक ध्‍वज
1907 में भीका‍जीकामा द्वारा फहराया गया बर्लिन समिति का ध्‍वज
इस ध्‍वज को 1917 में गघरेलू शासन आंदोलन के दौरान अपनाया गया
इस ध्‍वज को 1931 में अपनाया गया। यह ध्‍वज भारतीय राष्‍ट्रीय सेना का संग्राम चिन्‍ह भी था।
भारत का वर्तमान तिरंगा ध्‍वज
प्रथम राष्‍ट्रीय ध्‍वज 7 अगस्‍त 1906 को पारसी बागान चौक (ग्रीन पार्क) कलकत्ता में फहराया गया था जिसे अब कोलकाता कहते हैं। इस ध्‍वज को लाल, पीले और हरे रंग की क्षैतिज http://bhartdeshpk.blogspot.in/पट्टियों से बनाया गया था।
द्वितीय ध्‍वज को पेरिस में मैडम कामा और 1907 में उनके साथ निर्वासित किए गए कुछ क्रांतिकारियों द्वारा फहराया गया था (कुछ के अनुसार 1905 में)। यह भी पहले ध्‍वज के समान था सिवाय इसके कि इसमें सबसे ऊपरी की पट्टी पर केवल एक कमल था किंतु सात तारे सप्‍तऋषि को दर्शाते हैं। यह ध्‍वज बर्लिन में हुए समाजवादी सम्‍मेलन में भी प्रदर्शित किया गया था।
तृतीय ध्‍वज 1917 में आया जब हमारे राजनैतिक संघर्ष ने एक निश्चित मोड लिया। डॉ. एनी बीसेंट और लोकमान्‍य तिलक ने घरेलू शासन आंदोलन के दौरान इसे फहराया। इस ध्‍वज में 5 लाल और 4 हरी क्षैतिज पट्टियां एक के बाद एक और सप्‍तऋषि के अभिविन्‍यास में इस पर बने सात सितारे थे। बांयी और ऊपरी किनारे पर (खंभे की ओर) यूनियन जैक था। एक कोने में सफेद अर्धचंद्र और सितारा भी था।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सत्र के दौरान जो 1921 में बेजवाड़ा (अब विजयवाड़ा) में किया गया यहां आंध्र प्रदेश के एक युवक ने एक झंडा बनाया और गांधी जी को दिया। यह दो रंगों का बना था। लाल और हरा रंग जो दो प्रमुख समुदायों अर्थात हिन्‍दू और मुस्लिम का प्रतिनिधित्‍व करता है। गांधी जी ने सुझाव दिया कि भारत के शेष समुदाय का प्रतिनिधित्‍व करने के लिए इसमें एक सफेद पट्टी और राष्‍ट्र की प्रगति का संकेत देने के लिए एक चलता हुआ चरखा होना चाहिए।
वर्ष 1931 ध्‍वज के इतिहास में एक यादगार वर्ष है। तिरंगे ध्‍वज को हमारे राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्‍ताव पारित किया गया । यह ध्‍वज जो वर्तमान स्‍वरूप का पूर्वज है, केसरिया, सफेद और मध्‍य में गांधी जी के चलते हुए चरखे के साथ था। तथापि यह स्‍पष्‍ट रूप से बताया गया इसका कोई साम्‍प्रदायिक महत्‍व नहीं था और इसकी व्‍याख्‍या इस प्रकार की जानी थी।
22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने इसे मुक्‍त भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रूप में अपनाया। स्‍वतंत्रता मिलने के बाद इसके रंग और उनका महत्‍व बना रहा। केवल ध्‍वज में चलते हुए चरखे के स्‍थान पर सम्राट अशोक के धर्म चक्र को दिखाया गया। इस प्रकार कांग्रेस पार्टी का तिरंगा ध्‍वज अंतत: स्‍वतंत्र भारत का तिरंगा ध्‍वज बना।
चक्र
भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है। बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्‍य का प्रतीक है। निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती है।
चक्र
इस धर्म चक्र को विधि का चक्र कहते हैं जो तीसरी शताब्‍दी ईसा पूर्व मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनाए गए सारनाथ मंदिर से लिया गया है। इस चक्र को प्रदर्शित करने का आशय यह है कि जीवन गति‍शील है और रुकने का अर्थ मृत्‍यु है।
ध्‍वज संहिता
26 जनवरी 2002 को भारतीय ध्‍वज संहिता में संशोधन किया गया और स्‍वतंत्रता के कई वर्ष बाद भारत के नागरिकों को अपने घरों, कार्यालयों और फैक्‍ट‍री में न केवल राष्‍ट्रीय दिवसों पर, बल्कि किसी भी दिन बिना किसी रुकावट के फहराने की अनुमति मिल गई। अब भारतीय नागरिक राष्‍ट्रीय झंडे को शान से कहीं भी और किसी भी समय फहरा सकते है। बशर्ते कि वे ध्‍वज की संहिता का कठोरता पूर्वक पालन करें और तिरंगे की शान में कोई कमी न आने दें। सुविधा की दृष्टि से भारतीय ध्‍वज संहिता, 2002 को तीन भागों में बांटा गया है। संहिता के पहले भाग में राष्‍ट्रीय ध्‍वज का सामान्‍य विवरण है। संहिता के दूसरे भाग में जनता, निजी संगठनों, शैक्षिक संस्‍थानों आदि के सदस्‍यों द्वारा राष्‍ट्रीय ध्‍वज के प्रदर्शन के विषय में बताया गया है। संहिता का तीसरा भाग केन्‍द्रीय और राज्‍य सरकारों तथा उनके संगठनों और अभिकरणों द्वारा राष्‍ट्रीय ध्‍वज के प्रदर्शन के विषय में जानकारी देता है।
26 जनवरी 2002 विधान पर आधारित कुछ नियम और विनियमन हैं कि ध्‍वज को किस प्रकार फहराया जाए:
क्‍या करें
·      राष्‍ट्रीय ध्‍वज को शैक्षिक संस्‍थानों (विद्यालयों, महाविद्यालयों, खेल परिसरों, स्‍काउट शिविरों आदि) में ध्‍वज को सम्‍मान देने की प्रेरणा देने के लिए फहराया जा सकता है। विद्यालयों में ध्‍वज आरोहण में निष्‍ठा की एक शपथ शामिल की गई है।
·      किसी सार्वजनिक, निजी संगठन या एक शैक्षिक संस्‍थान के सदस्‍य द्वारा राष्‍ट्रीय ध्‍वज का अरोहण/प्रदर्शन सभी दिनों और अवसरों, आयोजनों पर अन्‍यथा राष्‍ट्रीय ध्‍वज के मान सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा के अनुरूप अवसरों पर किया जा सकता है।
·      नई संहिता की धारा 2 में सभी निजी नागरिकों अपने परिसरों में ध्‍वज फहराने का अधिकार देना स्‍वीकार किया गया है।
क्‍या न करें
·      इस ध्‍वज को सांप्रदायिक लाभ, पर्दें या वस्‍त्रों के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता है। जहां तक संभव हो इसे मौसम से प्रभावित हुए बिना सूर्योदय से सूर्यास्‍त तक फहराया जाना चाहिए।
·      इस ध्‍वज को आशय पूर्वक भूमि, फर्श या पानी से स्‍पर्श नहीं कराया जाना चाहिए। इसे वाहनों के हुड, ऊपर और बगल या पीछे, रेलों, नावों या वायुयान पर लपेटा नहीं जा सकता।
·      किसी अन्‍य ध्‍वज या ध्‍वज पट्ट को हमारे ध्‍वज से ऊंचे स्‍थान पर लगाया नहीं जा सकता है। तिरंगे ध्‍वज को वंदनवार, ध्‍वज पट्ट या गुलाब के समान संरचना बनाकर उपयोग नहीं किया जा सकता।
भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज भारत के नागरिकों की आशाएं और आकांक्षाएं द र्शाता है। यह हमारे राष्‍ट्रीय गर्व का प्रतीक है। पिछले पांच दशकों से अधिक समय से सशस्‍त्र सेना बलों के सदस्‍यों सहित अनेकनागरिकों ने तिरंगे की पूरी शान को बनाए रखने के लिए निरंतर अपने जीवन न्‍यौछावरकिए हैं।


Tuesday 29 November 2016

Slim Body Tips in Hindi :- ek Attractive Personality


Slim Body Tips in Hindi :- ki baat kare to fitness routine ka naam sabse pahle aata hai. Ek fitness routine apniye aur use har 4 week ke baad badlte jaye.  Lekin dhyan rahe ki, yeh routine kisi expert ki salah ke saath hi kare. Jisse aap ek hi tarah ke workoutki aadat na hone se aapki body jaldi slim ho jayegi. Saath hi ek acche expert ko ptaa hota hai ki workup kese kare aur relaxed kese kare. Slim body ko pane ke liye aapko expert ki salah jarur leni chahiye.
Apnaiye Fitness Routine

Beginners ke Liye
Beginners ko pahle 30 minutes ke workout se shuruvaat karni chahiye. Aur iske baad dheere-dheer 40 se 45 minutes tak workout ko badha dena chahiye, yeh acchi exercise hai ke liye. Khali bethe kar TV dekhane ki jagah par aapko working karni chahiye.
Subah Jogging Par Jaye
Subah subah jogging ya fir park mai brisk walking karne ke liye nikal jaye, jisse aapke pairo , jango aur hips ko  toning karne mai madad mil sakti hai. Iske alawa aap treadmill par bhi tezi se wok kar sakti hai.
Ghar ki Saaf Safaai
Khud ghar ki mahnat se saaf safaai kare, cycling ya fir ghar ke kutte ko bahr walk karvane le kar jaye. Isse aapka pet jaldi kam hona shuru ho jayenge. Iske alawa aap salsa, dancing, aerobics aadi ek behtar cardio exercise kar sakte hai. Jisse aapka khub paseena bahega aur aap body shape mai aa jayegi.
Kickboxing ya Rassi karna
Kickboxing ya skipping se aap apne bhujao aur haatho ki maspeshiyo ka fats kam kar sakte hai.Iske saath kuch pushups aur crunches bhi jaruri hai. Isse aapka pet bhi kam hoga aur aap slim bhi bhi najar aayenge.
Thigh Par Dhyan de
Sexy legs aur thigh ke bina aapki body adhuri mani jati hai.  Apne thigh ko shape mai lane ke liye kuch hips, exercise, legs press aur legs curl kare. Agar aapke liye gym jana sambhav nahi to running, hiking aur summing kare. Isse bhi aapko bahut fayda milega.

Slim Body Tips ke liye khane Par Khas Dhyan De
Agar aap gym mai 2 ghante bitati hai aur bhar aakar junk food khati hai, to fir aap acche result ki ummid na kare. Ek accha sharir pane ke sirf exercise karne se kuch nahi hota hai. Iske liye aapko khanpan ka bhi dhyan rakhna chaiye. Behtar hoga ki junk food ki aadat mai sudhar laye. Saath hi apni jivanshaily ko bhi sudhare.To hum bol sakte hai ki Slim Body Tips mai ek sahi diet ka hona bahut jaruri hota hai. Jisse aapko ashi aahar ke dwara ek accha sharir milega. Lekin dhyan rahe ki diet aur workout dono hi mukhaye hisse hota hai aapke personality ke liye.
Agar aap Vajan Kam karna chahte to rozana 2 cup green tea jarur pijiye. Isse aapko bahut fayda milaega. Saath hi aapka vajan bhi bahut kam ho jayega.
Apne aahar mai kuch badlav laiye jese chana dal, badam sup, veg fruit salad, masaala oats aadi jese cheezo ka sevan kijiye.
Saath hi apne aahar mai sabjiya ka sevan kare. Isme vitamin, protein, minerals aadi ki bharpur matra hoti hai.
Aapke slim body ke liye sabse jayda jaruri hai aapke aahar mai protein ki matra honi chahiye . Kay aap jante hai ki protein aapke sharir se fats ko khatam karta hai. Iske liye protein rich food ka sevan jarur kijiye.
Ek sabse jaruri baat hai ki, apne aahar ko apne blood group ke according hi lijiye. Kyoki agra aap jaldi vajan kam karna chahte hai. To kisi expert ki salah se ek diet chart lijiye. Jisme vah khadya padarth shamil hona chahiye, jo aapko blood group ke hisab se sahi ho.
Slim Body Tips
Daliya ka sevan jaruri kijiye. America ke research mai yeh baat samne aai hai ki, daliya khane se lambe samay tak pet bhar rahta hai. Bhuk kam lagti hai. Isliye agar aap apne subah ke nashte mai calorie yukt daliya ka sevan karenge to aapko bahut accha ahsaa hota hai.
Aahar ko proper time par lijiye. Jyada der tak bhuke na rahiye. Kyoki aisa karne se aapke sharir ka metabolism bigad jata hai. Jo ki aapke motapa ka ek karan hota hai.
Saath hi ayurvedic supplement ka sahar lijiye. Isse aapko koi side effect bhi nahttp://bhartdeshpk.blogspot.in/hi hoga aur aapki body attractive dikai degi.
Apne niyamit aahar mai ucch fiber yukt anaaj milaiye jese vibhinn prakaar ki dale aadi lijiye.
Sabjiya ka sevan adhik kare. Sabjiya fiber ka aacha sources hai. Example ke liye muli, patte dar gobhi aadi aate hai.
Saath apne aahar mai carbohydrate ki matra ko kam kijiye.Upar aapn

e jane  Slim Body Tips in Hindi. To bas der kis baat ki aaj se hi inn tariko ke dwara apne sharir ko accha aakar dijiye aur ek attractive personality paiye.


फेसबुक और मोबाइल से कमाइ



प्रिंस - आज मोबाइल हर किसी कि जरुरत बन गया है बच्चोँ से लेकर बड़ो तक हर किसी के पास् मोबाइल मिलेंगा क्या आपने सोचा है कि मोबाइल से भी पैसे कमाये जा सकते है अभी तक आप मोबाइल का प्रयोग बात करने गेम खेलने गाने सुनने देखने ओर ज्यादा से ज्यादा फेसबुक ,ट्विटर चलाने के लिए करते होंगे आज हम आपको बता रहे है मोबाइल से पैसै कैसेः कमाये चाहे आप कुछ भी करते हो पढ़ाई काम या कोइ भी काम करते हो आप चलते फिरते भी मोबाइल से पैसे कमा सकते है जो ज्यादातर अपने घर पर रहती है उनके लिये यह अच्छा जरिया हो सकताः है इस्के लिये सबसे पहले आपको internet चलने वाला मोबाइल चाहिए और दूसरि बात इसके लिये आपको समय देना होगा
फेसबुक से कमाई

facebook -आज हर कोइ फेसबुक का दीवाना है इसका प्रयोग हम चेट करने ,photo , अपलोड करने और जानकारिया share करने मे करते है युवाओ के लिये यह सबसे अच्छा टाइमपास करने का प्लेटफॉर्म है लेकिन हम चाहे तो फेसबुक से भी पेसे कमा सकतें है आप ने फेसबुक पेज तो जरुर देखे होंगे और like भी करतें होंगेः यदि आप छोटा मोटा बिज़नेस करते है तो ऊसका एक facebook page बनायेउस से आपके कार्य के बारे मे लोगो को पता चलेगा नये नये ग्राह्क जुड़ेंगे , facebook page से लोगो को आपकी सेवाओ के बारे मे जानकारी मिलेगी यदि आप कुछ भी कार्य नही करते या पढ़ाई करते है तो भी आप फेसबुक पेज बना कर कमाई कर सकते है आप किसी फेमस अच्छे से टॉपिक पर ,ब्रांड के नाम से फेसबुक पेज बनाऎ ज्यौ ज्यौ आपके पेज के लाइक बढ़ते जायेंगे तो आपके पेज कि वेल्यु भी बड़ती जाएंगी जब आपके पेज के लाइक 60000 से 70000 हो जाए तो आप उसे किसी भी संस्थान को सकते है कंपनीयां सँस्थान , fb पेज को खरीदते है और उस से अपने संस्थान क प्रचार प्रसार करती है
Youtube -इसका प्रयोग हम video देखने मे करते है हम चाहे तो इस से अपना बिज़नेस भी शुरु कर सकतें है 2005 में आई इस website से  लाखोँ लोग लाखो रुपये कमा रहे है आप youtube पर अपना एक चैनल बनाये , youtube video के व्यू के आधार पर पैसे देत है आप कि कमाई इस पर निर्भर करति है कि आपके वीडियो को कीतने लोगो ने देखा चैनल बन जाने पर youtube एनालिटिकल पर ok करे फ़िर youtube  आपके video कि 15दिन तक निगरानी करेगा कि आपके वीडियो को कितने व्यू मिले अगर youtube आपकी रिक्वेस्ट को रद कर देत है तो आप फ़िर 2 महीने  बाद रिक्वेस्ट भेजे ,यदि आपकी रिक्वैस्ट एक्सेप्ट कर लि जातीं है तो अपकी कमाई का रास्ता खुल गया है इसके लिये आप ज्यदा से ज्यादा वीडियो uploade करे आपको youtube को ads की परमिसन देनी होगी तब हि youtube आपको पैसे देगा ,इस के लिए अपने youtube के चैनल के डेसबोर्ड पर जायेवहा से monetization tab -monetize with ads बॉक्स पर ओके करे आप चाहे जिस वीडियो को ads की परमिसन दे सकते है ओर चाहे जिस को नही आप जिस वीडियो को ads की परमिसन देन्गे ऊसी पर youtubeअपने ads देगा और उसी के आपको पैसे मिलेंगे इस के लिए यह करे - वीडियो अपलोड करने के बाद मोनिटाइज़ करने के लिये पहले वीडियो मनेजर पर जाये फ़िर के निसान पर ओके करे ईस के बाद मोनेटाइजwith ads बॉक्स ओके करे इस के बाद आपका काम ख़तम अब बारी आती है आपकी कमाई कि आप महीने के 100 भी कमा सकते है और १००००० भी कमा सकते है
मोबाइल से कमाई
Blogger - ब्लॉगर गूगल कि एक फ्री वेबसाइट है यदि आपकी रुचि पड़ने लिखने मे है ओर आप फ़्री मे वेबसाइट बनाना चहते है तो आपके लिये ब्लॉगर सबसे अच्छी जगह है यहा पर आप अपना ब्लॉग बना सकते है वो भी फ्री मै ओर अपनी बात विचार दुनिया भर में share कर सकते है अपने मोबाइल से घर बैठे पैंसे कमा सकते है इसके लिए आपको ईमेल आईडी कि जरुरत पड़ेगी ,आप जीमेल पर आईडी बनाऎ यदी आपके पास पहले से हि hotmail , rediffmail है तो आप अपना ब्लॉग बना सकते है ब्लॉग बन जाने के बाद उसमे खूबसूरत them colour , logo आदि लगाये रोजाना अपने विचार लेख आदि पोस्ट करते रहे अब बात आती है पैसा कमाने कि तो उसके लिये आपको ads सेन्स account बनाना होगा इसको आप अपने ब्लॉग पर हि बना सकते है इसी से आपकी कमाई होती है इसके बाद गूगल आपके ब्लॉग पर अपने ad देगा उन ads से गूगल को जितनी कमाई होगी उसमेँ से वो आधा पेमेंट आपके अकाउंट मे ड़ाल देगीं यदी आप गूगल के ads अपने ब्लॉग पर नही लगाना चाहते तो अपने खुद के या मीलने वालोँ के ads लगा कर भी आप पैसा कमा सकते है

olx और quikr - क्या आप घर मे पड़ा पुराना सामान बेचना चाहते है तो आपके लिये हम बता रहे है घर के फालतू या पूराने सामानो को आप अपने मोबाइल से कभी भी कही भी बेच सकते है ओर अच्छे खासे पैसे कमा सकते है आप olx और quikr website पर अपना एक खाता खोले ,उसमे अपना फोन नंबर और ईमेल डाल दे ,उसके बाद आप जो भी बेचना चाहे जेसे कुर्सी से लेकर अपनी प्रॉपरफेसबुक लिंक हर कोई आपको लगता है कि हर कोई मस्ती के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं लगता है कि या आप कुछ लड़कों और लड़कियों के सामान को बेचने के लिए एक नेटवर्किंग उपकरण के रूप में इसका इस्तेमाल करते हैं लगता है everyone.Do तक कि एक सामाजिक ऑनलाइन समुदाय हैस्पष्ट कारण दोनों होगा. इन तरीकों से आप कुछ भी खरीदने के लिए या आप 'राज' बताने के लिए किसी को भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है.आप all.There पर कोई पैसा खर्च किए बिना अभी अपने Facebookके साथ पैसा बनाने शुरू कर सकते हैं तथ्य की बात के रूप में फेसबुक पर पैसा बनाने के लिए कोई 'राज' कर रहे हैं. लोगों को कहीं और पैसा बनाने के लिए उपयोग करते हैं, लेकिन आप एक ही तरीके लागू कर सकते हैं एक छोटे से काम और धैर्य फेसबुक पर पैसा बनाने के साथ कि बस कुछ बहुत ही बुनियादी तरीकों.